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17 November 2015

समय समय पर ............

समय समय पर
बदलती रहती हैं
समय की परिभाषाएँ .....
समय समय पर
हम गढ़ते रहते हैं
समय के कई रूप.......
समय फिर भी
वैसे ही निराकार रहते हुए
साकार करता रहता है
समय समय पर
हमारे अधूरे सपने।

~यशवन्त यश©

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